हर जीवन का हर क्षण चाहिए है
हमको तुम्हारी शरण चाहिए है,
सारा जीवन गुजर जाएगा यूँ
दर्श.न को तेरा चरण चाहिए है,
तुम्हारे चरण में शरण चाहिए है....
माखन, मिश्री, वंशी औ गइया
ऐसी ही धरती गगन चाहिए है,
रुक्मिणी, राधा औ बावली मीरा
प्रेम में सबको मगन चाहिए है,
तुम्हारे चरण में शरण चाहिए है......
जैसे अर्जुन को लड़ना सिखाया
वैसे ही हमको जतन चाहिए है,
कंस को मार के अधर्म मिटाया
हमको वहीं वो किशन चाहिए है,
तुम्हारे चरण में शरण चाहिए है।।
― अश्विनी यादव