हमें प्रयास करते रहना चाहिए ज्ञान और प्रेम बाँटने का, जिससे एक सभ्य समाज का निर्माण किया जा सके।
पत्थर के शहर से दूर जा रहा फिर याद गांव की आयी है...
बूढ़ा बरगद, छलकता पोखर खेतों में हरियाली छाई है...
माँ बोली थी बेटा जल्दी आना फिर ये बात याद आयी है...
© अश्विनी यादव