तुम आदि हो अनादि हो अनन्त हो अगाध हो,
तुम काल हो दयालु हो सभी संतन के साथ हो,
तुम अघोर हो विभोर हो विनाशक का रूप हो,
तुम ही धरा हो प्रकृति हो समूल व्याप्त धूप हो,
तुम सत्य हो सशक्त हो औ शून्य हो समस्त हो,
तुम ही त्रिपुंड हो त्रिलोचन हो प्राण हो रक्त हो,
तुम शूल हो त्रिशूल हो शमी पत्र और फूल हो,
तुम कण हो अगण हो ब्रम्हाण्ड हो समूल हो,
तुम विषाक्त हो अमरत्व हो कैलाशी साध्य हो,
तुम ही भक्त रक्षक हो अश्विनी के आराध्य हो,
( शिव आराधना :- अश्विनी यादव )
अति पवित्र सावन माह की हार्दिक शुभकामनाएं।